कंकड़
कंकड़ का क्या अस्तिव
एक छोटा सा टुकड़ा
जो घर पर मारो तो काच टूट जाये
बने तो घर की नीव बन जाये
जितना छोटा कंकड़
उतने उसके फायदे
प्रेमी इसका उपयोग प्रमिका को जागने में करते
बच्चे नदी में मारते,
जब मारते तो नदी में होती है हलचल
तो बच्चे होते है खुश
कंकड़ क्या होता है
इतना छोटा सा कड
क्या क्या कमाल दिखाता है
प्रेमी के लिए है वरदान
कंकड़ न होता तो क्या
होता
दुनिया होती कितनी वीरान
कंकड़ है कितना छोटा सा
पर काम करता कितने महान
एक छोटा सा टुकड़ा
जो घर पर मारो तो काच टूट जाये
बने तो घर की नीव बन जाये
जितना छोटा कंकड़
उतने उसके फायदे
प्रेमी इसका उपयोग प्रमिका को जागने में करते
बच्चे नदी में मारते,
जब मारते तो नदी में होती है हलचल
तो बच्चे होते है खुश
कंकड़ क्या होता है
इतना छोटा सा कड
क्या क्या कमाल दिखाता है
प्रेमी के लिए है वरदान
कंकड़ न होता तो क्या
होता
दुनिया होती कितनी वीरान
कंकड़ है कितना छोटा सा
पर काम करता कितने महान
टिप्पणियाँ